झांसी। दस दिन पहले झांसी के चर्चित व्यवसाई संजय वर्मा पर हुए हमले के एक आरोपी को पकड़ने में पुलिस ने सफलता हासिल कर ली है। पकड़े गये आरोपी की संजय वर्मा से एक हत्या के मामले को लेकर पुरानी रंजिश चल रही है। जिसका बदला लेने के लिए आरोपी ने संजय वर्मा पर हुए हमले की योजना बनाई थी। हालांकि मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से अभी दूर हैं। संजय वर्मा पर हमला करने वाले आरोपियों की कितनी संख्या है यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस पकड़े गये आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
कचहरी चौराहे पर हुई थी संजय वर्मा पर ताबड़तोड़ फायरिंग
21 जूलाई को झांसी में रहने वाले चर्चित व्यवसाई संजय वर्मा कोर्ट से अपने घर जा रहे थे। तभी कचहरी चौराहे पर बाइक सवार असलहाधारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए हमला किया। जिसमें संजय वर्मा समेत कई घायल हुए थे। जबकि उनके चालक की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसकी संजय वर्मा के बेटे संचित वर्मा ने नवाबाद थाने में लिखित शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने सोनू गेंड़ा, रिंकू गेड़ा, बॉबी गेड़ा, अंगद गुर्जर, प्रहलाद गुर्जर, उधम गुर्जर, राजेन्द्र गुर्जर, शिवम गुर्जर, पुष्पेन्द्र गुर्जर और दो-तीन अज्ञात के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 302, 307 व 506 के तहत मामला दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरु कर दी थी।
ऐसे आये आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
एसएसपी विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि संजय वर्मा पर हुए हमले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद हमलावरों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई थी। जिसमें थाना नवाबाद प्रभारी संतप्रकाश अपनी टीम के साथ हमलावरों की तलाश में लगे हुए थे। तभी उन्हें जानकारी हुई कि झांसी-ग्वालियर बाईपास पर एक हमलावर है। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस टीम बताये गये स्थान पर पहुंची और एक मंदिर के पास से उक्त आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली। पकड़े गये आरोपी को थाने लाया गया। जहां पूछतांछ में उसने अपना नाम राजेन्द्र गुर्जर निवासी लकारा बताया है। हमले में कितने आरोपी इसकी पूछतांछ की जा रही है। फिलहाल पकड़े गये आरोपी के खिलाफ कार्रवाही शुरु कर दी गई है।
इसलिए हुआ था संजय वर्मा पर हमला
एसएसपी के अनुसार पकड़े गये आरोपी राजेन्द्र गुर्जर ने बताया कि संजय वर्मा से जमीन को लेकर उसकी पुरानी रंजिश चली आ रही है। जमीन को लेकर 2004 में संजय वर्मा ने अपने भाई अजय वर्मा के साथ मिलकर उसके भाई चन्द्र शेखर गुर्जर की हत्या कर दी थी। जिसका बदला लेने के लिए इससे पहले भी हमला करते हुए संजय वर्मा के भाई अजय वर्मा की हत्या की जा चुकी है। उस समय संजय वर्मा बच गये। भाई की हत्या का बदला लेने के लिए इस बार भी संजय वर्मा को मारने की योजना बनाई और हमला किया था।
सफलता पर टीम को मिला 25 हजार का ईनाम
एसएसपी विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी को पकड़ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपए नकद का ईनाम देकर सम्मानित किया गया है। शीघ्र ही अन्य आरोपी भी सलाखों के पीछे होंगे।
रिपोर्ट: उदय नारायण कुशवाहा (झांसी)
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