पीलीभीत। विदेश भेजने के नाम पर एक युवक ने साढ़े तेईस लाख की ठगी करके पीड़ित को बंगलुरु के एक घर में बंधक बनाकर रखा। बंधनमुक्त होकर घर पहुंचे ठगी के शिकार पीड़ित ने परिजनों को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर लखीमपुर निवासी मुख्य ठग समेत तीन अन्य कबूतरबाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शाहजहांपुर जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मोजमपुर निवासी सिमरनजीत सिंह पुत्र हरजीत सिंह ने सुनगढ़ी पुलिस को शिकायती पत्र देकर कहा है कि लखीमपुर जनपद के गाँव दीपनगर के करन सिंह पुत्र सतनाम सिंह से चार माह पूर्व उसकी मुलाकात हुई थी। जान पहचान के दौरान करन ने बताया कि वह बेरोजगार युवकों को नौकरी के लिए विदेश भेजता है। सिमरनजीत सिंह ने भी करन से विदेश जाने की इच्छा जाहिर की। आरोप है कि कबूतरबाज करन ने थाना सुनगढ़ी क्षेत्र के पकड़िया नौगवां निवासी तरनजीत सिंह पुत्र परमजीत सिंह व बसुंधरा कॉलोनी निवासी हरपाल सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह से मिलाया। पीड़ित सिमरनजीत सिंह अपने पिता हरजीत सिंह के साथ बसुंधरा कॉलोनी स्थित हरपाल के घर पहुंचा।बातचीत के दौरान आरोपियों ने कनाडा भेजने की बात कहकर हरजीत सिंह से 23 लाख 50 हजार रुपए में बात पक्की कर ली। आरोप है कि 14 जुलाई को आरोपियों ने उसे दिल्ली बुलाया और फ्लाईट से मुंबई भेज दिया। मुंबई पहुंचकर सिमरनजीत सिंह की मुलाकात एक और कबूतरबाज साथी से हुई। उसने पीड़ित को बेंगलुरु की फ्लाइट पर सिमरनजीत को बैठा दिया। आरोप है कि सिमरनजीत को कबूतरबाजों के गिरोह के कुछ सदस्यों द्वारा बेंगलुरु के जंगल में ले जाकर बंधक बना लिया गया और पीड़ित से उसके घर फ़ोन कराकर कनाडा पहुंच जाने की बात कही।
कनाडा पहुँचने की बात सुनकर पिता हरजीत सिंह ने तय की गई रकम आरोपियों को अदा कर दी। आरोप है कि रुपये मिलने के बाद आरोपियों ने पीड़ित को बेंगलुरु की फ्लाईट से वापस भेज दिया। घर आकर जब पीड़ित ने परिजनों को सारी घटना की जानकारी दी तो हंगगामा मच गया।
पीड़ित की तहरीर पर तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
आज की सत्ता- पवन विकास सक्सेना पीलीभीत।
शाहजहांपुर जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मोजमपुर निवासी सिमरनजीत सिंह पुत्र हरजीत सिंह ने सुनगढ़ी पुलिस को शिकायती पत्र देकर कहा है कि लखीमपुर जनपद के गाँव दीपनगर के करन सिंह पुत्र सतनाम सिंह से चार माह पूर्व उसकी मुलाकात हुई थी। जान पहचान के दौरान करन ने बताया कि वह बेरोजगार युवकों को नौकरी के लिए विदेश भेजता है। सिमरनजीत सिंह ने भी करन से विदेश जाने की इच्छा जाहिर की। आरोप है कि कबूतरबाज करन ने थाना सुनगढ़ी क्षेत्र के पकड़िया नौगवां निवासी तरनजीत सिंह पुत्र परमजीत सिंह व बसुंधरा कॉलोनी निवासी हरपाल सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह से मिलाया। पीड़ित सिमरनजीत सिंह अपने पिता हरजीत सिंह के साथ बसुंधरा कॉलोनी स्थित हरपाल के घर पहुंचा।बातचीत के दौरान आरोपियों ने कनाडा भेजने की बात कहकर हरजीत सिंह से 23 लाख 50 हजार रुपए में बात पक्की कर ली। आरोप है कि 14 जुलाई को आरोपियों ने उसे दिल्ली बुलाया और फ्लाईट से मुंबई भेज दिया। मुंबई पहुंचकर सिमरनजीत सिंह की मुलाकात एक और कबूतरबाज साथी से हुई। उसने पीड़ित को बेंगलुरु की फ्लाइट पर सिमरनजीत को बैठा दिया। आरोप है कि सिमरनजीत को कबूतरबाजों के गिरोह के कुछ सदस्यों द्वारा बेंगलुरु के जंगल में ले जाकर बंधक बना लिया गया और पीड़ित से उसके घर फ़ोन कराकर कनाडा पहुंच जाने की बात कही।
कनाडा पहुँचने की बात सुनकर पिता हरजीत सिंह ने तय की गई रकम आरोपियों को अदा कर दी। आरोप है कि रुपये मिलने के बाद आरोपियों ने पीड़ित को बेंगलुरु की फ्लाईट से वापस भेज दिया। घर आकर जब पीड़ित ने परिजनों को सारी घटना की जानकारी दी तो हंगगामा मच गया।
पीड़ित की तहरीर पर तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
आज की सत्ता- पवन विकास सक्सेना पीलीभीत।
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