कछौना(हरदोई)। कोतवाली कछौना क्षेत्र के अंतर्गत झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा गलत तरीके से ईलाज करने के कारण एक महिला की असमय मृत्यु हो गई।सही सलामत हालत में दवा लेने गई महिला की डॉक्टर के क्लीनिक पर हुए गलत ईलाज से हालत बिगड़ी और फिर वहीं क्लीनिक पर ही उसकी मृत्यु हो गई।जिससे भयभीत होकर आनन फानन क्लीनिक संचालक ने गाड़ी में लादकर मृतक महिला को उसके घर पर छोड़कर चला गया।वहीं मृतक महिला के परिवार वालों द्वारा कार्रवाई किए जाने की बात मालूम होने पर झोलाछाप डॉक्टर द्वारा परिजनों पर सुलह समझौते का दबाव बना कर मामले को रफा दफा किया जा रहा है।

बताते चलें कि रविवार को कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत दीननगर की निवासी अफसरी(50) पत्नी हसनरजा अपने बेटे के साथ कस्बे में एक झोलाछाप डॉक्टर मनीष शुक्ला द्वारा अवैध रूप से संचालित क्लीनिक(श्रेया क्लीनिक) पर बुखार की दवा लेने गई थी।जहाँ उक्त डॉक्टर द्वारा महिला को ग्लूकोज चढ़ाने व अन्य दवाएं आदि देने के बाद हालत बिगड़ी और फिर उसकी मौत हो गई।महिला की क्लीनिक पर ही मृत्यु होने से भयभीत होकर क्लीनिक संचालक ने आनन फानन मृतका को गाड़ी में लादकर उसके घर पर छोड़कर रफूचक्कर हो गया।मृतक महिला के परिजनों द्वारा कार्रवाई किए जाने की बात मालूम होने पर उक्त झोलाछाप डॉक्टर अपने हितैषियों द्वारा मृतका के परिजनों पर सुलह समझौते का दबाव बनाते हुए कार्रवाई ना करने के साथ मामले को रफा दफा करने की कोशिश की जा रही है।जिससे मृतक महिला का पीड़ित परिवार दबाव व डर के साए में झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई करने के बारे में हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।कार्रवाई को लेकर परिजनों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।

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