शक्ति की भक्ति मे लीन समूचा क्षेत्र,
आसमान जय माता दी के उद्घोषों से गूंजाएमान,
जिले के सिद्ध दर्जनों देवी स्थलों पर उमड़ा भक्तों का सैलाब,
हवन-पूजन,कन्याभोज-भंडारे एंव महाआरती के धार्मिक आयोजन जारी,
नवमी तक बड़ता रहेगा देवीभक्तों का सैलाब,
विजयासन धाम सलकनपुरसीहोर रिपोर्टर मरीह माता धाम कांकरखेड़ा
प्रत्येक दिन माता के दरबार मे श्रद्धालुओं की संख्या बड़ती जा रही है माँ विजयासन धाम सलकनपुर मे लाखों देवीभक्त दूर-दूर से पहुंच रहे हैं यहाँ दिन-रात दर्शनार्थियों का तांता लगा रहता है जिनमें बड़ी संख्या मे महिलाएं एंव बच्चे भी शामिल हैं पूरा परिसर माता रानी के जयघोषों से गुंजाएमान रहता है भोपाल,होशंगाबाद,विदिशा,हरदा,इंदौर,सीहोर सहित कई जिले के लाखों अनगिनत लोग अब तक विजयासन देवी के दरबार मे मत्था टेक दर्शनलाभ ले चुके है। अब भी दर्शनार्थी बड़ी संख्या मे अपनी मन्नतानुसा्र पैदल, लेटकर, नंगेपैर चलकर दरबार मे मत्था टेंकने पहुंच रहे हैं। दर्शनार्थियों की संख्या अष्टमी नवमी को चरम पर रहने की संभावना है।उधर लाड़कुई से 12 किलोमीटर दूर कुरी जंगल के पहाड़ों पर विराजित चमत्कारी बीस भुजाधारी महाकाली के दर्शनार्थ भी माताभक्तों का पहुंचना निरंतर जारी है। यह जिले का एकमात्र स्थान है जहाँ बीस भुजाओं वाली माता काली की प्राचीन प्रतिमा विद्मान है यहाँ नित्य हवन-पूजन के धार्मिक आयोजन चल रहे हैं। सीहोर-इछावर हाईवे पर इछावर नगर से 7 किलोमीटर दूर प्राचीन मरीहमाता मंदिर मे भी दर्शनार्थ देवीभक्तों का तांता लगा हुआ है। नादान के सघन जंगल मे विराजित भगवाई माता के दर्शन एंव मन्नतों को लेकर भी श्रद्धालु पैदल या दो पहिया वाहनों से पहुंचे रहे हैं देवी का यह स्थान नादान से तीन किलोमीटर अंदर जंगल मे है। बिलकिसगंज वाली माँ महिषासुरमर्दनी के दरबार मे भी देवीभक्तों का तांता लगा हुआ है। बतादें कि सीहोर जिले मे देवी माँ के करीब एक दर्जन सिद्ध स्थल ऐसे हैं जहाँ दोनों नवरात्र के मौके पर मेला लगा रहता है और लाखों की संख्या मे वहाँ श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं इनमे विजयासन देवी का सलकनपुर स्थित देवीधाम प्रमुख है।
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