हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री में 30 दिसंबर तक होगा प्रतिभा पर्व का आयोजन
सीहोर,
आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार जिले में संचालित समस्त हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री विद्यालयों में प्रतिभा पर्व का आयोजन दिनांक 15 से 30 दिसम्बर 2018 तक किया जाएगा। प्रतिभा पर्व में विद्यालय के शैक्षणिक गुणवत्ता का आकलन, विद्यार्थियों की उपलब्धि का मूल्यांकन, पालकों से संवाद, बाल केबिनेट से सीधा संवाद एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का मूल्यांकन निरीक्षणकर्ताओं द्वारा किया जावेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी एस.पी.त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिभा पर्व के आयोजन में विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं जिनमें उच्च शिक्षा विभाग के प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक, आई टी आई अधीक्षक एवं प्रशिक्षक, महिला पॉलीटेक्निक के व्याख्याता एवं शिक्षा विभाग के प्राचार्यो को निरीक्षणकर्ता नियुक्त किया गया है। निरीक्षणकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश देने हेतु शा उत्कृष्ट उमावि सीहोर में बैठक का आयोजन कर जिले के समस्त शासकीय हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री विद्यालयों की शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी गई ।
------------------
दस्तक अभियान का हुआ शुभारंभ
सीहोर,
सोमवार को जिले में ग्राम स्तरीय दस्तक अभियान का शुभारंभ सोमवार को किया गया। सीहोर शहरी क्षेत्र में अभियान का समारोहपूर्वक शुभारंभ भगवती कॉलोनी स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी एवं वार्ड पार्षद गुलाबसिंह मालवीय द्वारा 0 से 5 वर्ष तक बच्चों को विटामीन-ए की खुराक पिलाकर किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में 5 वर्ष तक आयु के बच्चे उनकी माताएं एवं परिजन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में डॉ.प्रभाकर तिवारी ने कहा अभियान को घर-घर तक पहुंचाने के लिए एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ-साथ समुदाय की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने दस्तक अभियान से लाभान्वित होने के उपरांत पड़ोस में अगर 5 वर्ष तक आयु का बच्चा अभियान में दी जा रही सेवाओं से अछूता हो तो उसे भी लाभ पहुंचाने का अनुरोध समुदाय के लोगों से किया।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी ने जानकारी दी कि दस्तक अभियान का द्वित्तीय चरण 17 दिसंबर 2018 से 31 जनवरी 2019 तक संचालित होगा। दस्तक अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त दल ए.एन.एम.,आशा,एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा 5 वर्ष से छोटे बच्चों वाले परिवारों के घर तक स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं की दस्तक दी जाकर बच्चों में पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रीय पहचान एवं उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। डेढ़ माह तक संचालित होने वाले दस्तक अभियान के अंतर्गत समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान व प्रबंधन, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल,गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान,रेफरल एवं प्रबंधन, 6 माह से 5 वर्ष तक बच्चों में गंभीर एनीमिया,की सक्रिय स्क्रीनिंग, दस्त रोग नियंत्रण हेतु ओ.आर.एस.एवं जिंक के उपयोग संबंधी सामुदायिक जागरूकता में बढ़ावा एवं प्रत्येक घर में गृहभेंट के दौरान ओआरएस पहुंचाना, 9 माह से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को विटामिन ए अनुपूरण, बच्चों में दिखाई देने वाली जन्मजात विकृतियों की पहचान, समुचित शिशु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी समझाईश समुदाय को देना,एसएनसीयू एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों में बीमारी की स्क्रीनिंग तथा फॉलोअप, गृहभेंट के दौरान आंशिक रूप से टीकाकृत एवं छूटे हुए बच्चों की टीकाकरण स्थिति की जानकारी देना तथा बाल मृत्यु की गत 6 माह तक की जानकारी आदि गतिविधियां शामिल है।
इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.एम.चंदेल,जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.टी.आर.उईके महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती अल्का सिटोके सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी,एल.एच.व्ही.,शहरी ए.एन.एम.,आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थीं। शुभारंभ समारोह का संचालक जिला कार्यक्रम प्रबंधक धीरेन्द्र आर्य द्वारा किया गया।
---------------
समय सीमा बैठक संपन्न
सीहोर,
सोमवार को कलेक्टर तरुण कुमार पिथोड़े की अध्यक्षता में समय सीमा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने निर्वाचन कार्य को लेकर सभी विभागों की अच्छा कार्य करने की प्रशंसा की। कलेक्टर ने अधिकारी नसरुल्लागंज को निर्देशित किया कि पेंडिंग प्रकरणों का निराकरण जल्द करें। समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया कि अपने कार्यो में गति लाएं। क्योंकि लोकसभा चुनाव को लेकर फिर से आचार संहिता लग जाएगी। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीहोर श्री अरुण विश्वकर्मा, अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे।
---------------
बालिकाएं सीखेंगी आत्मरक्षा के गुर
सीहोर,
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के द्वारा सीहोर जिले में संचालित छात्रावासों एवं शालाओं में बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण आयोजित किये जाने के निर्देश दिये है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण के साथ साथ योगा का भी प्रशिक्षण छात्राओं को दिया जाएगा। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के एडीपीसी आर.आर.उइके ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण न केवल छात्राओं को आत्मविश्वास में वृद्वि करता है अपितु विपरीत परिस्थितियों में स्वॅय की रक्षा करने में सक्षम भी बनाता है। इसी उद्देश्य को लेकर बालिकाओं को पढाई के साथ-साथ आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिले की ऐसी शालाओं का चयन किया जावेगा। जिसमें 100 से अधिक छात्राऐं अध्ययनरत हैं। इस प्रशिक्षण के लिए सेल्फ डिफेंस सर्टिफिकेशन कोर्स अथवा ब्लेक बेल्ट धारी प्रशिक्षकों द्वारा जिले में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 माह का होगा तथा जिन विद्यालयों में प्रशिक्षण दिया जावेगा उन बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा का एक पिरीयड अवश्य रखा जावेगा
Post A Comment: