शीतलहर का प्रकोप: अलाव के सहारे गुजर रही रातें,
स्थानीय निकायों की तरफ से कोई इंतजाम नहीं

इछावर/भाऊखेड़ी
एमपी मीडिया पाइंट 

इस समय समूचे क्षेत्र में ठंड पूरे-पूरे शबाब पर है पिछले दिनों भयंकर ठंड से जहाँ फसलों को काफी नुकसान हुआ था वहीं एक बार फिर जोरदार ठंड ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया तो ज्यादा ठंड पड़ने से आगामी 31 जनवरी तक प्राथमिक स्तर तक के स्कूली बच्चों की भी छुट्टियां कर दी गई लेकिन  ठिठुरते गरीबों के लिए ठंड से बचने स्थानीय निकायों ने कोई प्रबंध नहीं किए हैं। नागरिकों का कहना है कि ग्राम पंचायतों, नगरपरिषद को प्रमुख चौराहों-चौपालों पर अलावों की व्यवस्था करनी चाहिए थी। दूसरी तरफ फसलों को ठंड से बचाने के उपाय ग्रामीण क्षेत्रों  में किसी भी कृषि अधिकारी ने अबतक नहीं बताये हैं जो विभागीय लापरवाही का प्रमाण है। वही ग्रामीण क्षेत्रों मे लोग खुद अलाव जलाकर ठंड से बचने के उपाय करते देखे जा रहे हैं। किसान खुद अपनी फसलों को बचाने का उपाए करने जुटे हैं। इछावर ब्लाक के गांव भाऊँखेड़ी,लसूड़ियाराम कांकरखेड़ा,नरसिंहखेड़ा नागली,प्रतापपुरा, जमोनियाहटेसिंह,गाजीखेड़ी,मूंडला,मुवाड़ा,सेमलीजदीद,रुपदी,रामदासी,फांगिया,ब्रिजिशनगर,बोरदीकला,लसूड़ियाकांगर,नयापुरा सहित आसपास के कई गांवों में अब अलाव का सहारा लेते लोग गांव की चौपालों पर दिखाई दे रहे हैं।
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