बिहार में कुल सात चरणों में होंगे चुनाव
बक्सर में 19 मई को होगा मतदान, 23 मई को आएंगे नतीजे
औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई से शुरु होंगे चुनाव.
नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद में होगा अंतिम मतदान.
अनंत सहाय /राजन मिश्रा
10 मार्च 2019
बक्सर/पटना : मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा द्वारा रविवार को चुनावों की घोषणा करते हुए आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो जाने का आदेश निर्गत कर दिया गया . गौरतलब हो कि बिहार में सात चरणों में चुनाव होंगे जिसमें बक्सर में अंतिम चरण में चुनाव होंगे.जिसका विवरण निम्न प्रकार से है
चरण I-चुनाव 11 अप्रैल को 4 सीटों (औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई) पर होगा.
द्वितीय चरण- 18 अप्रैल को 5 सीटों पर चुनाव होगा। (किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, बांका)
चरण III- चुनाव 23 अप्रैल को 5 सीटों (झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, खगड़िया) पर होगा.
चरण IV- चुनाव 29 अप्रैल को 5 सीटों (दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर) में होगा.
चरण V- चुनाव 06 मई को 5 सीटों (सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण, हाजीपुर) में होगा.
चरण VI- चुनाव 12 मई को 8 सीटों पर होगा. (वाल्मीकि नगर, पसचिम चंपारण, पुरी चंपारण, शेहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान, महाराजगंज)
चरण VII- चुनाव 8 सीटों पर 19 मई को होगा. (नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद)
इन तमाम जानकारियो के साथ ही चुनाव आयोग द्वारा कुछ विशेष जानकारी भी दी गई है जिसमे
आम व ख़ास सभी के लिए हेल्प नंबर 1950 जारी करते हुए यह जानकारी दी गई है कि पिछले बार के चुनाव के मुकाबले इस बार 8.4 करोड़ वोटर्स बढ़े हैं. 99.3 फिसदी मतदाता के पास वोटर कार्ड है. पहचान पत्र के लिए 11 विकल्प दिए गए हैं. 18 से 19 वर्ष के वोटरों की संख्या डेढ़ करोड़ के करीब है. अबकी चुनाव में दस लाख पोलिंग स्टेशन होगें. नौकरी पेशा वोटरों की संख्या 1.60 करोड़ के करीब है. चुनाव में पहली बार 100 फीसद मतदान केंद्रों पर वीवीपैट ( VVPAT) का इस्तेमाल होगा. ईवीएम (EVM) में पहली बार उम्मीदवारों की फोटो भी लगी होगी. ईवीएम (EVM) की सुरक्षा कई चरणों में होगी. मतदाता इस बार भी नोटा (NOTA) विकल्प का इस्तेमाल कर सकेंगे. उम्मीदवारों को इस बार फार्म 26 (form-26) के जरिए अपने बारे में जानकारी देनी होगी. उम्मीदवारों को शपथ पत्र देना होगा. ईवीएम (EVM) की मॉनिटरिंग के लिए जीपीएस (GPS) का इस्तेमाल किया जाएगा .आयोग ने चुनाव प्रचार में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रोक लगायी है.मतदाताओं को वोटर स्लिप वोटिंग की तारीख के 5 दिन पहले मिलेगी.चुनाव से संबंधित शिकायत के लिए आयोग ने एंड्रॉयड एप की सुविधा दी है. चुनाव में इस बार 90 करोड़ वोट डाले जाएंगे. चुनाव की पूरी प्रकिया की निगरानी के लिए वीडियोग्राफी कराई जाएगी. वोटरों को जागरूक करने के लिए आयोग अभियान भी चलाएगा. निर्वाचन क्षेत्र में वोटिंग के 48 घंटे पहले लाउडस्पीकर पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.पेड न्यूज पर सख्त कार्रवाई होगी. सोशल मीडिया पर भी आचार संहिता लागू रहेगी साथ ही इस पर प्रचार की निगरानी होगी. सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए गाइडलाइन बनाई जायेगी . उम्मीदवारों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट की भी जानकारी भी आयोग को देनी होगी.
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