पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला करने वालों को देशद्रोही करार देते हुए देश से निकालने की कर देनी चाहिए व्यवस्था
जीवन रक्षक बने लोगों पर हमले करने वाले लोगों को बिना सजा छोड़ देना देश के साथ होगी गद्दारी देनी चाहिए कड़ी से कड़ी सजा
कोरोनावायरस महामारी को रोकने और फैलाने को रोकने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मी संयुक्त रूप से कर रहे हैं कार्य बाधा पहुंचाने वालों को छोड़ना बहुत बड़ा जुर्म
राजन मिश्रा
2 अप्रैल 2020
देश में वैश्विक महामारी के रूप में उभरे कोरोनावायरस को ले विश्व के तमाम देश संकट का सामना करते नजर आ रहे हैं इस संकट से भारत देश भी अछूता नहीं है परंतु यह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि सूझबूझ और आगामी सोच का ही नतीजा है कि आज भी हमारे देश भारत में कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या बहुत तेजी से नहीं बढ़ रही है सरकार द्वारा समय से पहले निर्णय लेते हुए देश में पूरी तरह से लॉक डाउन करते हुए लोगों को सचेत किया गया साफ-सुथरा रहने की व्यवस्था बताई गई साथ ही लोगों को आने वाले परेशानियों को भी दूर करने की पहल की गई क्योंकि समस्या बहुत गंभीर थी इसलिए कुछ चुके भी हुई जिसका सुधार भी लगातार किया जा रहा है लेकिन इसमें सरकार को यह महसूस हो रहा है कि पब्लिक सपोर्ट बहुत कम है इस महामारी से बचने के लिए जहां एक और सोशल डिस्टेंसिंग की बातें बताई जा रही है वही कई जगहों पर लोग इसका उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं बीते दिनों अपने और अपने परिवार के लोगों के जान की बाजी लगाकर इस महामारी में कार्य कर रहे पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लोगों पर हमला करने की बात सामने आई यह बातें कई जगह से सामने आई जिसमें मध्यप्रदेश के इंदौर बिहार के मुंगेर वह मधुबनी सहित और भी कई जगहों से यह खबर आ रही है कि लोग पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य कर्मियों के पहुंचते ही इन पर हमले करने की व्यवस्था बनाने लगते हैं जबकि यह लोग लोगों की जान बचाने के लिए ही लोगों को चिन्हित कर कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों की पहचान करने के लिए जगह जगह पर जाते हैं ऐसे में डॉक्टरों की टीम और पुलिस प्रशासन के लोग भय के माहौल में कार्य करने को विवश हैं जनता को बचाना भी है और अपने बचना भी है ऐसे में दोनों का सहयोग बराबर का होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है और कई जगह से नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हो रही है गौरतलब हो कि कोरोनावायरस एक ऐसा वायरस है जो मनुष्य से मनुष्य में फैलता है और इसके फैलने का आयाम बहुत बड़ा है या एक मनुष्य से लगभग 100 से डेढ़ सौ मनुष्य तक फैल सकता है ऐसे में 70 फ़ीसदी लोग तो जागरूक हैं और अपने बचाव को ले अपने आप को सरकारी गाइडलाइन के तहत चलने की व्यवस्था बना चुके हैं वहीं कुछ लोग सरकार के गाइडलाइन को नहीं मानने और विपरीत काम करने के लिए उतारू हैं लेकिन यह लोग यह नहीं जानते कि इनके इस गलत कदम से इनका तो जो भी बिगड़ना होगा बिगड़ेगा ही साथ ही साथ इन लोगों के गलती के कारण देश के कितने लोग इस वायरस के चपेट में आ जाएंगे इसका अनुमान भी इनको नहीं है ऐसी स्थिति में अगर इन पर काबू नहीं किया गया तो यह लोग देश के कई लोगों को काल के गाल में पहुंचा देंगे ऐसे देशद्रोहियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की व्यवस्था सरकार को बनानी चाहिए और ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करते हुए इनको देश निकाला दे देना चाहिए ताकि आने वाले समय में सरकार के गाइडलाइन को ना मानने वाले लोगों में भय व्याप्त हो सके हालांकि यह बातें सच है कि सरकार और इनके कारिंदे किसी को भी भयग्रसित करने को लेकर कुछ भी नहीं कर रहा है बल्कि यह लोग तो दूसरे के जीवन को बचाने के लिए अपने और अपने परिवार के लोगों के जीवन को खतरे में डाले हुए हैं जब यह बातें लोगों के समझ में आ जाएगी तभी जाकर कोरोनावायरस से देश के लोगों को निजात मिल पाएगी अन्यथा यह महामारी करोड़ों लोगों को प्रभावित करेगी
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