लॉक डाउन के बाबजूद रेलटेल ने धनबाद डिवीज़न में एनआईसी ई-ऑफिस का निष्पादन पूरा किया
राजन मिश्रा / गणेश पांडे
दिनांक- 11.4.2020
राजन मिश्रा / गणेश पांडे
दिनांक- 11.4.2020
हाजीपुर - लॉक डाउन के बाबजूद रेलटेल ने धनबाद डिवीज़न में एनआईसी ई-ऑफिस का निष्पादन पूरा किया
इसके साथ पूर्ब मध्य रेलवे जोनल मुख्यालय और 4 मंडलों (दानापुर, समस्तीपुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, धनबाद) में कागज़रहित कार्य संस्कृति चालू हुई
कोविड-19 के प्रकोप के कारण राष्ट्रव्यापी तालाबंदी(लॉकडाउन) के बावजूद, रेलटेल ने पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के धनबाद डिवीजन में एनआईसी ई-ऑफिस प्रदान करने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसके साथ ईसीआर क्षेत्रीय मुख्यालय और 4 डिवीजन कार्यालयों अब रेलटेल द्वारा लागू एनआईसी ई-ऑफिस सुईट के साथ मैनुअल फाइलों को छोड़कर पेपरलेस वर्क कल्चर को अपना रहे हैं। रेलटेल ने ईसीआर के इन 5 संस्थापनाओं (क्षेत्रीय मुख्यालय + 4 डिवीजन) में 4784 उपयोगकर्ता तैयार किये हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करने के लिए कार्यपालकों को प्रशिक्षित किया है। एनआईसी ई-ऑफिस पूर्व मध्य रेलवे के रेलवे अधिकारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दूरस्थ रूप से अपने सभी मैनुअल फ़ाइल कार्य को सँभालने में सहायक सिद्ध हो रहा है।
रेलटेल ने मार्च, 2019 में, भारतीय रेलों के साथ चरण 1 के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे जिसमे मार्च, 2020 तक कार्य पूरा करने के आदेश थे । परन्तु रेलटेल ने समय से पहले कार्य पूरा कर लिया और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के 6 महीने में पूर्व मध्य रेलवे जोनल हेड क्वार्टर और दानापुर मंडल का कार्य पूरा कर लिया। ई-ऑफिस के निष्पादन के चरण 2 के अंतर्गत समस्तीपुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, धनबाद मंडलों का कार्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के 3 महीनों के भीतर पूरा कर लिया गया।
एनआईसी ई-ऑफिस राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) द्वारा विकसित एक क्लाउड सक्षम सॉफ्टवेयर है जिसे सिकंदराबाद और गुड़गांव में अपटाईम यूएसए द्वारा प्रमाणित रेलटेल के टियर III डेटा केंद्रों से तैनात / होस्ट किया जा रहा है । यह केंद्रीय सचिवालय मैनुअल के ई-ऑफिस प्रोसीजर ( CSMeOP ) पर आधारित है । एनआईसी ई-ऑफिस के कार्यान्वयन का उद्देश्य कागज रहित, अधिक कुशल, प्रभावी और पारदर्शी अंतर-सरकारी और अंत:-सरकारी लेनदेन और प्रक्रियाओं की शुरूआत करना है।
भारतीय रेलवे के लिए ई-ऑफिस कार्यान्वयन का उद्देश्य कार्यालय फ़ाइलों और दस्तावेजों को संभालने के लिए विश्वसनीय, कुशल और प्रभावी तरीका प्रदान करना है। पूर्व मध्य रेलवे के 5 कार्यालयों ( मुख्यालय और 4 मंडलों ) में क्रियान्वयन के बाद 1500 से अधिक ई फ़ाइलों और 8680 ई - प्राप्तियों को बनाया गया । इसमे पूर्ण पारदर्शिता है क्योंकि फ़ाइल पर लिखी गए किसी भी चीज़ को बदला या पूर्ववत नहीं किया जा सकता है। इसमें एक निगरानी तंत्र है जिससे पता लगाया जा सकता है कि फाइलें कहॉं रुकी हुई (हेल्ड-अप) हैं ।
रेलटेल टीम के लिए लॉकडाउन चरण के दौरान काम पूरा करना बड़ी चुनौती थी क्योंकि आवाजाही के संसाधनों पर प्रतिबंध था । हालाँकि, रेलटेल ने अधिकांश कार्य दूरस्थ रूप से पूरा किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण भी प्रदान किया। ई-ऑफिस इस तरह के संकट के समय में वरदान साबित हुआ है और रेलवे का कार्यबल अब घर से भी काम कर सकता है जो मैनुअल फाइलिंग सिस्टम के मामले में असंभव था। रेलटेल ने अब तक संपूर्ण भारतीय रेलों (क्षेत्रीय मुख्यालयों, डिवीजनों, केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों, उत्पादन इकाइयाँ, कार्यशालाओं आदि) में 76,198 उपयोगकर्ता तैयार किये और मैनुअल वर्क मोड की जगह अब तक 1,33,033 फाइलें और 4,67,750 ई- रसीदों का सृजन किया है।
भारतीय रेलवे की संपूर्ण मैनुअल फाइलिंग प्रणाली को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर स्थानांतरित करना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि, इससे बड़ी चुनौती कार्यबल को प्रशिक्षित करने की है ताकि वे सिस्टम को कुशलता से संभाल सकें। सबसे मुश्किल कार्य उपयोगकर्ताओं को मैनुअल फाइल सिस्टम का उपयोग करने की आदत छोड़ने और पेपरलेस वर्किंग की नई प्रणाली को अपनाने की है। हमारी टीम ने समय सीमा से पहले क्रियान्वयन को पूरा करने में सफलता प्राप्त की और को ई-ऑफिस रोल आउट करने के लिए तैयार करने और हैंडहोल्ड करने में भी कामयाब रही । '
फाइलों का व्यवस्थित और त्वरित निपटान, लंबित फाइलों की समय पर निगरानी एनआईसी ई-ऑफिस का अन्य तात्कालिक लाभ है । उपरोक्त लाभों के साथ, पूर्व मध्य रेलवे जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए कार्य संस्कृति को बदल देगा। ई-ऑफिस कागज-कम संस्कृति को बढ़ावा देता है जो न केवल परिचालन लागत को बचाएगा बल्कि कार्बन फुट प्रिंट को भी कम करेगा ।
रेलटेल के बारे में
रेलटेल कॉर्पोरेशन एक "मिनी रत्न (श्रेणी- I)" पीएसयू देश में सबसे बड़े तटस्थ दूरसंचार सेवा प्रदाताओं में से एक है, जो देश के सभी महत्वपूर्ण नगरों और शहरों और कई ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करते हुए पैन-इंडिया ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क का स्वामी है। ऑप्टिक फाइबर के 55000+ आरकेएम के एक मजबूत विश्वसनीय नेटवर्क के साथ-साथ रेलटेल के पास दो टियर ।।। डेटा सेंटर हैं । रेलटेल भारतीय रेलों के ट्रेन संचालन के आधुनिकीकरण और नेटवर्क सिस्टम का प्रशासन के अलावा देश के सभी हिस्सों में राष्ट्रव्यापी ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और मल्टीमीडिया नेटवर्क प्रदान करने में सबसे अग्रणी है । अपने पैन इंडिया उच्च क्षमता नेटवर्क के साथ, रेलटेल विभिन्न मोर्चों पर एक नॉलेज सोसाइटी सृजन की दिशा में कार्य कर रहा है और इसे दूर संचार के क्षेत्र में भारत सरकार की विभिन्न मिशन-मोड परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए चुना गया है। रेलटेल, एपमीएलएस-वीपीएन, टेलीप्रेजेंस, लीज्ड लाइन, टॉवर को-लोकेशन, डेटा सेंटर सर्विसेज आदि जैसी सेवाओं का एक समूह प्रदान करता है, रेलटेल प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सार्वजनिक वाई-फाई प्रदान कराके रेलवे स्टेशनों को डिजिटल हब में बदलने में अग्रणी है। वर्तमान में 5660+ स्टेशन रेलटेल के रेलवायर वाई-फाई से सज्जित हैं।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें-
सुचरिता प्रधान, वरिष्ठ प्रबंधक/ जनसंपर्क , रेलटेल
+ 91-9717644409
Sucharita@railtelindia.com
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