हाजीपुर-सगौली नई रेल लाइन परियोजना के घोसवर से वैशाली तक नवनिर्मित नई लाइन पर CRS द्वारा ट्रेन परिचालन की मिली स्वीकृति
जल्द ही ऐतिहासिक एवं पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण वैशाली जुड़ जाएगा रेल लिंक से
राजन मिश्रा / रामेश्वर पाठक
हाजीपुर-11.04.2020
रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिमंडल (CRS Eastern Circle) मोहम्मद लतीफ खान द्वारा दिनांक 19.03.2020 को हाजीपुर-सगौली नई रेल लाइन परियोजना के घोसवर से वैशाली तक 30 किलोमीटर लंबे रेलखंड का निरीक्षण किया गया था । इस दौरान 90Kmph की गति से स्पीड ट्रायल भी किया गया था । निरीक्षण के उपरांत उन्होंने संरक्षा तथा सुरक्षा मानकों को पूरा करते हुए इस रेलखंड पर 60Kmph की स्पीड से ट्रेनों के परिचालन की स्वीकृति दे दी है ।
विदित हो कि रुपया 528.65 करोड़ की लागत से 148.5 किलोमीटर लंबे हाजीपुर-सगौली नई रेल लाइन परियोजना की स्वीकृति वर्ष 2003-04 में प्रदान की गई थी । 10 फरवरी, 2004 को तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा हाजीपुर-सगौली रेलखंड का शिलान्यास किया गया था। वर्तमान में इस परियोजना का अनुमानित संशोधित लागत जनवरी, 2019 में रुपया 2066.78 करोड़ स्वीकृत किया गया है।
इस परियोजना को पूरा करने हेतु इसे चार खंडों में बांटा गया है । प्रथम चरण में हाजीपुर से घोसवर तक (5.5 किलोमीटर) का कार्य 04.12.2006 को पूरा कर लिया गया था।
दूसरे चरण में 30 किमी लंबे घोसवर से वैशाली तक का कार्य पूरा कर लिया गया है तथा दिनांक 17.03.2020 से इस रेलखंड पर इंजन का स्पीड प्रारंभ किया गया था। इसके उपरांत दिनांक 19.03.2020 को संरक्षा आयुक्त/ रेलवे, पूर्वी सर्किल, कोलकाता द्वारा इसका निरीक्षण किया गया तथा दिनांक 10.04.2020 को इस रेलखंड पर ट्रेनों के परिचालन की अनुमति CRS द्वारा प्रदान कर दी गई है ।
तीसरे चरण में वैशाली से देवरिया तक (30किमी) तथा चौथे चरण में देवरिया से सगौली तक (83किमी) का कार्य प्रगति पर है।
घोसवर से वैशाली के बीच हरौली फतेहपुर, लालगंज एवं वैशाली स्टेशनों का निर्माण किया गया है । इस रेलखंड पर कुल 46 लघु पुल, 01 आरओबी एवं 16 आरयूबी का निर्माण किया गया है । इन तमाम तथ्यों की जानकारी मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार द्वारा उपलब्ध कराई गई
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