कोविड-19 के मद्देनजर पटना स्थित केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी चिकित्साल में रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
राजन मिश्रा
हाजीपुर: 23.06.2020
भारत सहित पूरा विश्व आज कोरोना महामारी की चपेट में है । ऐसे में यह अत्यंत आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति इस महामारी की गंभीरता को समझे तथा इससे बचाव के लिए समय-समय पर सरकार द्वारा जनहित में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करे । प्रत्येक व्यक्ति को इसके लिए जागरूक होने की आवश्यकता है तभी हम कोरोना से जंग में अपनी विजय हासिल कर सकते हैं ।
इसी के मद्देनजर बीते सोमवार को पूर्व मध्य रेल के पटना स्थित केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालय में रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस प्रशिक्षण कायक्रम में रेलवे चिकित्सक, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ सहित चिकित्सा विभाग से जुड़े अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया । रेलवे के वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा उपस्थिति सभी चिकित्साकर्मियों को कोविड-19 महामारी से के संबंध में अद्यतन जानकारी मुहैया करायी गई । कार्यक्रम में कोविड-19 से बचाव के संबंध में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आई.सी.एम.आर.) द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पालन करने पर विशेष बल दिया गया । साथ ही किसी अन्य बीमारी से ग्रसित मरीज, उनके परिवार तथा समुदाय में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के उपायों के संबंध में भी विस्तारपूर्वक चर्चा हुई ।
इसी क्रम में कोविड-19 से संक्रमित अथवा संदिग्धों के इलाज के दौरान पीपीई किट की अनिवार्यता पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया । कोरोना वायरस चूंकि संक्रामक बिमारी है, इसलिए इससे बचने के लिए लोग मास्क पहन रहे है, बार-बार साबुन से हाथ धो रहे हैं, एक-दूसरे से दूरी बनाए रखे हुए हैं । लेकिन कोरोना मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ आदि को सिर से पांव तक वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कई तरह की चीजों से युक्त पीपीई पोशाक पहनना अनिवार्य होतां । आम तौर पर एक पीपई किट फेस मास्क, ग्लॉब्स, गाउन, एप्रन, फेस प्रोटेक्टर, फेस शील्ड, स्पेशल हेलमेट, पेस्पिरेटर्स, आई प्रेटेक्टर, गोगल्स, हेड कवर, शू कवर आदि से युक्त होता है ।
कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी (रेडियोलॉजी) डॉ0 रवि प्रकाश ने एक डिमांसट्रेशन प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस समय पूरे विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप है । ऐसे में इस गंभीर महामारी से बचाव के सभी उपयों का पालन करना अत्यंत ही आवश्यक है । उन्होंने कहा कि कोरोना वारियर की भूमिका अदा करते हुए बचाव के सभी उपायों के अनुपालन के साथ कोविड-19 सहित सभी प्रकार के मरीजों का त्वरित इलाज करना हमारा नैतिक दायित्व है ।
आज के इस कार्यक्रम में केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालय के अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक डॉ. बीम्मी कुमारी एवं डॉ. ए.के. ओझा तथा 40 की संख्या में पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स एवं चिकित्सक उपस्थित थे । केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालय के चिकित्सा निदेशक श्री श्यामल दास द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया । इन तमाम तथ्यों की जानकारी पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उपलब्ध कराई गई
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