बक्सर के डुंमराव स्थित डी के कॉलेज में नामांकन पर रोक लगाने जाने से क्षुब्ध भरत मिश्रा ने छात्रों के पक्ष में खोला मोर्चा
नामांकन एवं पढ़ाई पर से रोक नहीं हटाए जाने पर सामाजिक कार्यकर्ताओ छात्रो एवं अभिभावको के सहयोग से चरणबद्ध तरीके से जन-आंदोलन शुरू करने के आलावे न्यायालय की शरण मे जाकर कराएंगे न्याय -भरत मिश्रा
राजन मिश्रा
18 जून 2020
18 जून 2020
बक्सर - बक्सर के डुमरांव में स्थित डी.के.कालेज में कला के कई विषयों पर ग्रहण लग चुका है इस महाविद्यालय में इतिहास,वाणिज्य,गृह विज्ञान, एवं उर्दू की पढ़ाई पर रोक लगा दिए जाने के बाद क्षेत्र के छात्र-छात्राओ के समक्ष पढ़ाई को लेकर बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके साथ ही इस महाविद्यालय के अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगा है जिससे लोगों में आक्रोश का माहौल है वही इस मामले को लेकर जदयू के राज्य सलाहकार समिति के सदस्य भरत मिश्रा ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के परेशानियों को दूर करने के लिए कदम उठाते हुए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र के माध्यम से इस तुगलकी फरमान को हटाने और महाविद्यालय को बचाने का आग्रह करते हुए कुलपति को इनसे जुड़े तमाम समस्याओं के बारे में अवगत कराने का इनसे जुड़े तमाम समस्याओं के बारे में अवगत कराने का कोशिश इन्होंने किया है इसके साथ ही इन्होंने यह भी कहा है कि अभिलंब यदि इस समस्या को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यदि व्यवस्था नहीं किया जाता है तो वैसी स्थिति में बाध्य होकर अभिभावकोंं जनप्रतिनिधियों और छात्र-छात्राओं के सहयोग से चरणबद्धध तरीके आंदोलन करना होगा और यदि आवश्यकता पड़ी तो न्यायालय की शरण मेंं जाकर भी इस महाविघालय के आस्तित्व को बचाने का प्रयास किया जायेगा. इन्होने यह भी बताया कि 36 सालो से इतिहास एवं उर्दू बिषय की जारी पढ़ाई को प्रभावित करने का कोशिश किया गया है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
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