भारतीय रेलवे ने ‘‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान‘‘ के तहत 21 अगस्त तक 06 लाख 40 हजार से भी अधिक मानव कार्य दिवस सृजित किए
इसी कड़ी में पूमरे द्वारा ‘‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान‘‘ के तहत 21 अगस्त तक लगभग 01 लाख 80 हजार मानव कार्य दिवस के बराबर रोजगार का सृजन
राजन मिश्रा
हाजीपुर: 27.08.2020
‘‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान‘‘ के तहत् बिहार राज्य के 32 जिलों के प्रवासी श्रमिकों को राज्य की कुल 40 रेल परियोजनाओं के तहत रोजगार के अवसर मुहैया कराये जा रहे हैं । इसके अंतर्गत दिनांक 20 जून से 21 अगस्त, 2020 तक प्रवासी कामगारों के लिए 01 लाख 79 हजार 957 मानव दिवस के बराबर रोजगार का सृजन किया गया तथा कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं के लिए ठेकेदारों को 21 अगस्त, 2020 तक 344.32 करोड़ रूपया की राशि जारी की गयी है ।
विदित हो कि लॉकडाउन के बीच अपने-अपने गांव लौट चुके प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए भारतीय रेल मिशन मोड पर काम कर रहा है । बड़े-बड़े शहरों में अपनी आजीविका में लगे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के बाद रेलवे द्वारा ऐसे तमाम प्रवासी श्रमिकों को ‘‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान‘‘ के तहत् स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। रेलवे ने प्रत्येक जिले के साथ-साथ राज्यों में भी नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं ताकि राज्य सरकार के साथ सही ढंग से समन्वय स्थापित किया जा सके ।
इस कड़ी में भारतीय रेल द्वारा 21 अगस्त, 2020 तक 06 राज्यों यथा - बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिसा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 06 लाख 40 हजार से भी अधिक कार्य दिवस सृजित किए गए । गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत रेलवे द्वारा 06 राज्यों के 116 जिलों में लागू किया जा रहा है। इन राज्यों में लगभग 165 रेल अवसंरचनात्क परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं । कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं हेतु ठेकेदारों को 21 अगस्त, 2020 तक 1,410.35 करोड़ रूपए की राशि जारी की जा चुकी है । इन तमाम तथ्यों की जानकारी पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उपलब्ध कराई गई
‘‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान‘‘ के तहत् बिहार राज्य के 32 जिलों के प्रवासी श्रमिकों को राज्य की कुल 40 रेल परियोजनाओं के तहत रोजगार के अवसर मुहैया कराये जा रहे हैं । इसके अंतर्गत दिनांक 20 जून से 21 अगस्त, 2020 तक प्रवासी कामगारों के लिए 01 लाख 79 हजार 957 मानव दिवस के बराबर रोजगार का सृजन किया गया तथा कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं के लिए ठेकेदारों को 21 अगस्त, 2020 तक 344.32 करोड़ रूपया की राशि जारी की गयी है ।
विदित हो कि लॉकडाउन के बीच अपने-अपने गांव लौट चुके प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए भारतीय रेल मिशन मोड पर काम कर रहा है । बड़े-बड़े शहरों में अपनी आजीविका में लगे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के बाद रेलवे द्वारा ऐसे तमाम प्रवासी श्रमिकों को ‘‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान‘‘ के तहत् स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। रेलवे ने प्रत्येक जिले के साथ-साथ राज्यों में भी नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं ताकि राज्य सरकार के साथ सही ढंग से समन्वय स्थापित किया जा सके ।
इस कड़ी में भारतीय रेल द्वारा 21 अगस्त, 2020 तक 06 राज्यों यथा - बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिसा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 06 लाख 40 हजार से भी अधिक कार्य दिवस सृजित किए गए । गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत रेलवे द्वारा 06 राज्यों के 116 जिलों में लागू किया जा रहा है। इन राज्यों में लगभग 165 रेल अवसंरचनात्क परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं । कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं हेतु ठेकेदारों को 21 अगस्त, 2020 तक 1,410.35 करोड़ रूपए की राशि जारी की जा चुकी है । इन तमाम तथ्यों की जानकारी पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उपलब्ध कराई गई
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