सम्मानित किए गए केरल से आए 12 साहित्यकार
रिपोर्ट - अनमोल कुमार
पटना। जगदम्बी प्रसाद यादव स्मृति प्रतिष्ठान एवं अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी परिषद द्वारा आयोजित हिन्दी- मलयालम भाषा समागम में विशिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध साहित्यकार डाॅ आर सुरेन्द्रन ने कहा कि हिन्दी के माध्यम से सभी भाषाओं के जोड़ने का काम केरल में विशेष रूप से किया जा रहा है। डाॅ के सी अजय कुमार ने कहा कि केरल में हिन्दी साहित्य के मलयालम अनुवाद पर पर्याप्त बल दिया जा रहा है। केरल में सभी शिक्षित लोग हिन्दी समझते हैं।
अध्यक्षता करते हुए भारत सरकार के हिन्दी सलाहकार समिति के सदस्य वीरेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि आज हिन्दी को साहित्य की भाषा से आगे ले जाकर, हिन्दी को ज्ञान ही नहीं विज्ञान की, शासन और प्रशासन की, न्याय और न्यायालय की भाषा बनाने की आवश्यकता है। प्रतिष्ठान का अगला वार्षिक सर्वभाषा सम्मेलन बेंगलुरू में किया जाएगा।
संस्थान के गतिविधि का विस्तृत व्यौरा महासचिव डाॅ अंशुमाला द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत लोक गायिका डाॅ नीतू कुमारी नवगीत के सरस्वती वंदना से हुई। संचालन वरिष्ठ साहित्यकार सिद्धेश्वर ने किया।
इस अवसर पर केरल से पधारे बारह विद्वानों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले प्रो आर सुरेन्द्रन, डाॅ के सी अजय कुमार, डाॅ एम के प्रीता, डाॅ के पी सुधीरा ,डाॅ षीणा इप्पन, प्रो के जे रमाबाई, एन प्रसन्न कुमारी, डाॅ के राजेन्द्रन, ओ कुंज बिहारी, डाॅ सल्मी सत्यार्थी, के हरिदासन, पी ए अजयन।
तत्पश्चात भव्य काव्य गोष्ठी में मधुरेशकांत शरण, प्रो सुधा सिन्हा, डाॅ कल्याणी कुसुम, डाॅ पुष्पा जमुआर, डाॅ अन्नपूर्णा श्रीवास्तव, राजेन्द्र सिंह, आनंद मिश्र, सिद्धार्थ, अनुराधा, अनिता, प्रो दीपक प्रसाद, डाॅ शिवनाथ, सभापति राय इत्यादि ने काव्य पाठ किया।
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