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राजन मिश्रा/ हिमांशु शुक्ला 15 अप्रैल 2024
सदर अस्पताल की कुव्यवस्था पर बिफरे डीएम ने दिए निर्देश
बक्सर - सदर अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल डुमरांव में भारी कुव्यवस्था से नाराज डीएम अंशुल अग्रवाल ने असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं डीपीएम को पत्र जारी करते हुए शीघ्र ही स्पष्टीकरण की मांग की है। डीएम द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि सदर अस्पताल बक्सर एवं अनुमंडल अस्पताल डुमरांव में रोस्टर के अनुसार चिकित्सक कभी भी समय पर मौजूद नहीं रहते हैं। कंप्यूटर ऑपरेटर की प्रतिनियुक्ति कम होने से रोगियों की अत्यधिक भींड़ हो जाने से समय पर निबंधन नहीं होता है। जिससे कई रोगी वापस लौटकर घर चले जाते हैं। डीएम द्वारा जारी पत्र में कहा गया है की अस्पतालों में दलालों की काफी सक्रियता हो जाने से आम जनों को इसका भरपूर लाभ नहीं मिल रहा है। जब कोई चिकित्सक किसी मरीज को एक्स रे, ब्लड एवं अन्य जांच के लिए लिखते हैं तो दलाल वहीं से इन मरीजों के पीछे लग जाते हैं। जो इसे भ्रमित कर निजी जांच घर में ले जाकर अधिक धनराशि की वसूली करते हैं। ऐसे में वह मरीज ठगी का शिकार हो जाता है। इस तरह की लगातार शिकायत मिलने से उन्होंने विभाग की व्यवस्थाओं का जायजा लिया जिसमें यह खुलासा हुआ है। जिसको लेकर पिछले एक अप्रैल को समीक्षा बैठक भी की गई थी। जिस बैठक में समस्याओं को बिंदुवार रखा गया था और निराकरण करने के लिए निर्देश दिया गया था। बावजूद अभी तक कोई कार्य योजना तैयार नहीं की गई और नहीं इससे संबंधित कोई कार्रवाई की गई। जिसे लेकर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे में जिला प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है.जिले के इन दो महत्वपूर्ण अस्पताल में आए हुए लोगों को जो कठिनाई का सामना करना पड़ता है इससे आमजन मानस को काफी परेशानी हो रही है। कुछ ही दिन में आगामी एक जून को लोकसभा का चुनाव भी होना है। जिसके लिए सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में सक्रिय हैं जो कभी भी अस्पताल की कुव्यवस्थाओं को अपना चुनावी मुद्दा बना सकते हैं। साथ ही यह भी जांच में पता चला है कि कई रोग विशेषज्ञ चिकित्सक जिनकी ड्यूटी 8 घंटे हैं। वह रोस्टर के अनुसार अस्पताल में समय नहीं देते हैं। जिससे रोगियों एवं परिजनों के बीच आक्रोश है। जिसको लेकर इन्होंने पत्र जारी करते हुए दो दिनों के अंदर कुव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए पत्र जारी किया है। अन्यथा कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
चुनाव को लेकर जिला प्रशासनकी बैठक
बक्सर - सोमवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में लोक सभा आम निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ स्टैडिंग कमिटी की बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में की गई।बैठक के दौरान डीएम ने द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को निर्वाचन आयोग के द्वारा चुनाव से संबंधित कैलेण्डर जारी होने के संबंध में बताया गया। उन्होंने बताया की प्रतिनिधियों को 07 मई से नामांकन की प्रक्रिया आरम्भ होगा जो 14 मई को नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि निर्धारित की गयी है। 15 मई से नाम निर्देशन पत्रों के संवीक्षा की तिथि, 17 मई से अभ्यर्थिता वापस लेने की अंतिम तिथि, 1 जून को मतदान की तिथि एवं 4 जून को मतगणना की तिथि के बारे में विस्तार से बताया गया।
सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को 11 मई एवं 12 मई (रविवारीय अवकाश, राजपत्रित अवकाश) माह के द्वितीय शनिवार एवं चतुर्थ शनिवार को एन.आई. ऐक्ट 1881 के अंतर्गत लोक सभा अवकाश होने के कारण निर्वाची पदाधिकारी द्वारा नाम निर्देशन पत्र स्वीकार नहीं किये जायेंगे। नाम निर्देशन हेतु अभ्यर्थी का नाम मतदाता सूची में होना आवश्यक है। अभ्यर्थी बक्सर जिला के बाहर से है तो निर्वाचक सूची का प्रमाणित प्रतिलिपि नाम निर्देशन के समय प्रस्तुत करना आवश्यक है। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के अभ्यर्थी के लिए एक प्रस्तावक, जबकि पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल तथा निर्दलीय अभ्यर्थी के लिए 10 प्रस्तावक आवश्यक है। सभी का नाम निर्वाचक सूची में होना आवश्यक है। नाम निर्देशन के समय अभ्यर्थी का नया बैंक खाता होना आवश्यक है।
नामांकन 11 बजे पूर्वाहन से 3 बजे अपराह्न तक प्राप्त किया जायेगा। नामांकन के समय अभ्यर्थी सहित कुल 05 व्यक्ति ही निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित रहेंगे। निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष से 100 मीटर की परिधि के अंदर सिर्फ 03 वाहन की अनुमति दी जायेगी एवं नाम निर्देशन पत्र (2A-2 क) के साथ प्रपत्र-26 में शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया जाना है। शपथ पत्र के प्रत्येक कॉलम भरा हुआ होना चाहिए। कोई भी कॉलम खाली नहीं होना चाहिए।
एफएलसी किये गये ईवीएम मशीनों में से एक-एक ईवीएम मशीन प्रति विधान सभा जागरूकता कार्यक्रम सहित एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए कुल 80 ईवीएम मशीन वेयर हाउस से निकाला गया है। जिसकी सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को उपलब्ध करा दिया गया है। डीएम द्वारा बैठक में बताया गया कि अन्तर्राज्यीय सीमा होने के कारण 199-ब्रह्यपुर एवं 200-बक्सर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र को व्यय संवेदनशील घोषित किया गया है। साथ ही लोक सभा आम निर्वाचन के लिए चारो विधान सभा के लिए अलग-अलग डिस्पैच सेंटर एवं संग्रहण केन्द्र तथा मतगणना केन्द्र के चयन के संबंध में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को जानकारी दी गई। उन्होंने बताया गया कि जिले में कुल 1324 मतदान केंद्र बनाए गए है। जिसके लिए जिला प्रशासन के पास ईवीएम एवं वीवीपैट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को सभी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों यथा 199-ब्रह्यपुर, 200-बक्सर, 201-डुमराँव, 202-राजपुर (अ.जा.), 203-रामगढ (कैमूर) एवं 210-दिनारा (रोहतास) में दिनांक 01 जून 2024 के मतदान की समाप्ति के उपरांत पोल्ड ईवीएम को बाजार समिति बक्सर के प्रांगण में संग्रहण किया जायेगा। बैठक में अपर समाहर्ता (विभागीय जांच), अनुमण्डल पदाधिकारी बक्सर, उप निर्वाचन पदाधिकारी, अवर निर्वाचन पदाधिकारी एवं मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
दो ट्रकों की टक्कर लगी आग
बक्सर- कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के बड़का ढकाईच गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग-922 पर सोमवार की अहले सुबह दो ट्रकों की टक्कर में एक ट्रक में आग लग गई। जिससे चालक समेत तीन लोग झूलस गए। बाद में मौके पर पहुंची कृष्णाब्रह्म थाना पुलिस ने इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल डुमरांव ले जाया गया जहां से हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने बेहतर उपचार के लिए तीनों को सदर अस्पताल बक्सर रेफर कर दिया। हादसे के बाद दूसरा ट्रक चालक अपनी वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। वही जख्मी चालक के बयान पर स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला के तवकुला थाना क्षेत्र के सोनाहुल रामनगर गांव निवासी ट्रक चालक अब्दुल मन्नान खलासी तबरेज अंसारी तथा पड़ोसी इबरार अंसारी के साथ रविवार की शाम करीब 6 बजे वह ट्रक लेकर घर से निकला था। तय कार्यक्रम के अनुसार उसे भोजपुर जिले के संदेश के पास बालू लादना था। वह सफर के दौरान सोमवार की सुबह करीब 3 बजे भाया बक्सर होते हुए एनएच-922 के रास्ते जैसे ही बड़का ढकाईच गांव के पास पहुंचा, तभी एनएच पर रात के अंधेरे में एक चालक अपनी ट्रक को बैक कर रहा था। इसी बीच तेज रफ्तार से जा रही मन्नान की गाड़ी उस ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी के आगे वाले भाग के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद गाड़ी में शार्ट-सर्किट से अचानक आग लग गई और उसमें सवार चालक दल के तीनों सदस्य बुरी तरह झूलस गए। जख्मी चालक की मानें तो हादसे के बाद केबिन का दरवाजा लॉक हो गया था, जिससे वे निकल नहीं सके और आग की लपटें उन्हें अपनी गिरफ्त में ले ली। बाद में डुमरांव से पहुंची अग्निशमन की टीम ने ट्रक में लगी आग को बुझाया।
आग लगने से सैकड़ो एकड़ फसल भस्म
बक्सर - सोमवार को नवानगर भगतपुर में खेत में भयंकर आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। एक साथ सैकड़ों की संख्या में किसान खेत की तरफ पानी, लाठी, हाथों में हरी पेड़ की डाली लेकर दौड़े, लेकिन आग के विकराल रूप के आगे किसानों की हिम्मत हार गई। गर्म हवा में छोटी से चिंगारी की आग का बवंडर उठा जिसमें एक के बाद एक 50 से अधिक किसानों की सैकड़ों एकड़ खेत में खड़ी गेहूं फसल को जलाकर राख कर दिया।सूचना पर फायर ब्रिगेड की एक छोटी वाहन पहुंची लेकिन तब तक किसानों का खेत राख में तब्दील हो गया।
गांव के लोग भी विभिन्न साधनों से पहुंच गए। किसी ने तुरंत इस घटना की जानकारी अग्निशमन को दे दी जिसकी सूचना पर एक अग्नि शमन की वाहन मौके पर पहुंच करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका
सूत्रों की माने तो यह आग भगवतपुर के साथ शिवपुर, गिरधारपुर के किसानों को नुकसान पहुंचाया है जिसमें पुनपुन पांडेय की दो बीघा, कमलेश पांडेय के ढाई बीघा, सुरेंद्र पांडेय की 7 एकड़, राजेंद्र पांडेय की 8 एकड़, लंगड़ पांडेय की तीन एकड़, लालदेव पांडेय की एक एकड़, राम अवतार पांडेय की तीन एकड़, चंद्रमा पांडेय की दो एकड़, मेनेजर पांडेय की दो बीघा, रामचंद्र पांडेय आदि सैकड़ों किसानों में किसी को ज्यादा तो किसी को थोड़ा नुकसान हुआ है।
गेहूं काटने के दौरान चिंगारी से बिझौरा व ताजपुर के बधार में सैकड़ों बीघे की फसल मैं लगी आग
इटाढ़ी-- गेहूं की कटाई के दौरान उठी चिंगारी ने किसानों के मेहनत पर पानी फीर गया। सोमवार की दोपहर इटाढ़ी थाना के बिझौरा, ताजपुर, कनपुरा व बकसड़ा गांव के बाधर में ऐसा हुआ। ग्रामीणों से मिली सूचना के अनुसार हार्वेस्टर से फसल काटी जा रही थी। मौके पर कुछ किसान भी मौजूद थे। जो अपनी फसल वहां से ट्रैक्टर द्वारा ले जा रहे थे। तभी अचानक वहां पड़े गेहूं के डंठल में आग लग गई। पछुआ हवा ने देखते ही देखते उसे विकराल रुप दे दिया।
किसान मदद के लिए चिल्लाने लगे। अग्निशमन दल के लोगों को फोन किया जाने लगा। लेकिन, उनकी तरफ से कोई बेहतर रिस्पांस नहीं मिला। हालांकि इटाढ़ी थाने की टीम ने तत्परता दिखाई। वहां थाने में मौजूद वाहन को तत्काल घटनास्थल पर रवाना किया गया। लेकिन, आग इतनी भयावह थी कि वह उसने देखते ही देखते सैकड़ो बीघे में लगी गेहूं की फसल को राख कर दिया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लाखों रुपये की क्षति हुई है। आग की लपटों की चपेट में आया हार्वेस्टर भी जल गया है। बताया जाता है कि विझौरा निवासी मुकेश चौधरी, प्रेमचंद चौधरी, जनार्दन सिंह, ताजपुर में कृष्णा सिंह, विरेन्द्र सिंह, कन्हैया सिंह, रमेश सिंह, मुसाफिर सिंह, शिवनारायण सिंह, सुनील सिंह , बक्सड़ा निवासी राजनारायण सिंह, महेश सिंह, कनपुरा निवासी प्रमोद कुमार सिंह,राजकुमार सिंह आदि किसानों की फसल राख हो गया।
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