स्वयं का दर्द जीवन, औरो का दर्द महसूस करना इन्सानियत



रचना - अनमोल कुमार


स्वयं का दर्द महसूस होना

जीवित होने का प्रमाण है लेकिन

औरों का दर्द महसूस करना

इंसान होने का प्रमाण है

अपने जीवन में ऐसे बनो कि

लोग आपके आने का

इंतजार करें जाने का नहीं

लोगो को फरक पड़ना तब शुरू

हो जाता है जब आपको

किसी भी बात से फर्क नहीं पड़ता

बेशक गलती भूल जाओ

मगर सबक हमेशा याद रखो

चाबी से खुला ताला बार-बार

काम में आता है और

हथौड़े से खुलने पर दुबारा

काम का नहीं रहता इसी तरह

सम्बन्धों के ताले को

क्रोध के हथौड़े से नहीं

बल्कि प्रेम की चाबी से खोलें

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