अनोखा भेड़ा बना आकर्षण का केंद्र
आदित्य प्रकाश / संजय शुक्ला . 25 फरवरी 2025
बक्सर - ब्रह्मपुर में चल रहे फाल्गुनी मेले में एक अनोखा भेड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह भेड़ा लड़ाई से पहले खैनी खाता है। इसकी कीमत 85 हजार रुपए तक लगाई जा रही है। भेड़ के रखवाले पवन यादव ने बताया कि यह भेड़ अब तक कई जगहों पर लड़ाई कर चुका है। हाल ही में मुजफ्फरपुर मेले में भी इनाम जीत कर आया है। यह भेड़ न सिर्फ अन्य भेड़ों से, बल्कि आदमियों से भी लड़ता है।
पवन के मुताबिक, लड़ाई से पहले खैनी खाने के बाद इस भेड़े का मिजाज बदल जाता है। मेले में अभी तक कोई भी इससे लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया है। एक व्यक्ति अपना भेड़ा लेकर आया, लेकिन उसने कहा कि उसका भेड़ा इससे लड़ेगा तो मर जाएगा।
देखभाल के लिए एक व्यक्ति हमेशा रहता तनात
भेड़े के मालिक राजेश यादव के बेटे पवन ने बताया कि इसकी देखभाल में महीने का खर्च 4 हजार रुपए आता है। इसके खाने में चना, गेहूं, चोकर, भूसी, ब्रसिम और मध के साथ खैनी और तंबाकू भी शामिल है। इसकी देखभाल के लिए एक व्यक्ति हमेशा तैनात रहता है।
पवन ने बताया कि पहले उनके मौसा भेड़े पालते थे। उन्हें देखकर उनके पिता को भी शौक जागा और उन्होंने यह भेड़ा खरीद लिया। फिलहाल मालिक इसे बेचने के मूड में नहीं हैं और सिर्फ लड़ाई दिखाने के लिए मेले में लाए हैं।
लड़ाई से पहले खाता है खैनी
लड़ाई से पहले खैनी खाने वाला यह भेड़ भोजपुर केशाहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कनौली के निवासी दूधनाथ यादव का है। जिसको तीन साल पहले आंध्र प्रदेश से इसको खरीद कर लाए थे। दूधनाथ यादव बताते है कि मारिनो नस्ल के इस भेड़ को 14 हजार में खरीद कर लाया था। लेकिन अब ब्रह्मपुर मेले में 85 हजार तक कीमत लग चुका है। लेकिन बेचना नही है। इसे शौक से पाला गया है।
दूधनाथ यादव ने बताया कि लड़ाई से पहले खैनी खाएगा, तभी इसका मिजाज बनेगा। कोई नहीं मिलता तो राजेश यादव के साथ भेड़ लड़ता है। भेड़ की रखवाली करने वाले पवन यादव की ओर से बताया गया कि जब कोई नहीं मिलता है, तो राजेश यादव के साथ यह लड़ता है। इसे खोल दिया जाता है और दौड़कर जब राजेश यादव की तरफ मारने के लिए बढ़ता है।
राजेश इसके वार को अपने बांह पर रोकते है। इसको रोज इसी तरह से अभ्यास भी कराया जाता है।
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